आनंद

परमात्मा की तरफ जाने का प्रथम कदम है पूर्णतः शांत होने की अवस्था में आ जाना। जब मन अकम्प हो जाता है तब जो अनुभव है वही है परमात्मा। हमारा चित् इसलिए शांत नहीं होता क्योंकि चित् में कुछ पाने की, कुछ करने की वासनाएं उमड़ती रहती है। जब तक चित् वासनाओं तो से मुक्त…