99 का चक्कर

एक बार की बात है एक राजा अपने मंत्री के साथ रथ पर सवार हो अपने राज्य में भ्रमण के लिए जा रहा था। कुछ दूर जाने पर उसने एक किसान को देखा। वह किसान अपनी पत्नी व बच्चों के साथ बड़े आनंद में था। मानो उसका जीवन संगीत से भरा हो। परिवार के सारे…

विचार जीवन बनाता है।

बुद्ध के स्वर्णिम वचन हैं – आपका हर विचार आपका जीवन बनाता है। आप अपने विचारों पर ध्यान दें क्योंकि आपके विचारों से ही आपके जीवन का निर्माण होता है। एक कुंभार चाक पर मिट्टी को रौंद रहा था। उसकी पत्नी आई पत्नी ने पूछा क्या बना रहे हो ? कुंभार ने जवाब दिया –…

Identification

‘Identification’ with the problem is the root cause of all our Life Problems. This Identification starts the very first time in the childhood of a child when he or she utters the word “NO” for the first time. Mother asks the child to eat something which the child doesn’t like and the child expresses his…

एको दृष्टासी सर्वस्य

अष्टावक्र कहते हैं एको दृष्टासी सर्वस्य । अर्थात तू सर्व का दृष्टा है । तू सर्वदा मुक्त है । तेरा बंधन तो यह है कि तू स्वयं को छोड़ दूसरों को दृष्टा देखता है । व्यक्ति दृश्य नहीं दृष्टा है। दृष्टा वह है जिसकी दृष्टि स्वयं पर है। यदि व्यक्ति दूसरों की आंखों का दर्पण…