ज्ञान और प्रेम

ज्ञानी कभी परमात्मा को नहीं जान सकता। सिर्फ प्रेमी ही परमात्मा को जान सकता है। ज्ञानी तो उलझा रहता है शास्त्रों को कंठस्थ करने में, तर्क, वितर्क में और अपनी बौद्धिकता में। प्रेम द्वार है परमात्मा का। ज्ञानी प्रेम से नहीं, शास्त्रों से परमात्मा को जानना चाहता है। परमात्मा को जानना है मन के पार…

धर्म और संस्कृति

धर्म वह है जिसने सबको धारण कर रखा है। धर्म वो मौलिक सत्य का नाम है जिसने सबको संभाला हुआ है। धर्म और संस्कृति दोनों भिन्न हैं। धर्म से संस्कृति का निर्माण नहीं होता। धर्म तो तब अनुभव में आता है जब हम सारी संस्कृतियों का त्याग कर देते हैं। इस पूरे ब्रह्मांड को जिसने…

ध्यान में यात्रा कैसे शुरू करें?

ध्यान और प्रेम दो ही रास्ते हैं परमात्मा तक पहुंचने के। ध्यान का रास्ता बड़ा सूखा है। उस पर तुम्हें महावीर मिलेंगे। उस पर तुम्हें बुद्ध बैठे मिलेंगे। मगर कोई पक्षी की गूंज सुनाई न पड़ेगी। ध्यान का रास्ता मरुस्थल जैसा है। ध्यान इसलिए बहुत कम लोगों को रास आता है। कुछ ऐसे भी लोग…

मुगले आज़म

जीवन में Dedication आपको निश्चय ही सफलता दिलाता है। K.Asif की Mughal-e-Azam किसने नहीं देखी होगी। उसके कई गाने- प्यार किया तो डरना क्या, मोहब्बत जिंदा रहती है आज भी हमारे कानों में गूंजते हैं। K.Asif ने इतनी लग्न से इस फिल्म को बनाया कि कलाकारों के costume सिलवाने के लिए कारीगर दिल्ली से लाए…