अहोभाव

ऐसा हुआ कि दूर पहाड़ियों में एक चरवाहा अपनी गाय भैंसों को रोज सुबह चराने ले जाता। गाय भैंस को चरने छोड़ वह खुद बांसुरी की मधुर वाणी से सुंदर गीत गाता। यही उसका नित्यक्रम था। पास के गांव के कुछ मित्र आपस में बात कर रहे थे। एक ने कहा – सुना है अपने…